अलवर, 17 मई। दोस्ती के कई किस्से फिल्मों में बहुत देखे होंगे, लेकिन रियल जिंदगी में दोस्ती की मिसाल बहुत कम देखने को मिलती है। हालांकि समाज में आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जो दोस्ती को अपने रिश्तेदारी से ज्यादा अहमियत देते हैं। दोस्त के साथ सुख, दुख में शामिल होकर अपनी दोस्ती का फर्ज निभाते हैं।