CM योगी-पूर्व CM अखिलेश यादव रखेंगे नवरात्रि का व्रत
नौ दिन तक दोनों करेंगे नौ देवियों की उपासना
जानिए कैसे व्रत रखते हैं योगी और अखिलेश
इस बार अलग सा होगा सीएम योगी का नवरात्र
अखिलेश यादव के व्रत पर भी कोरोना का असर
दोनों ही नेताओं ने की हैं कुछ खास तैयारियां
आज से चैत्र नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है। देवी मां के हजारों लाखों श्रद्धालु अपनी अपनी तरह से पूजा उपासना में जुट गए हैं। आम हो या खास सब मां की भक्ति में लीन हो रहे हैं। भले ही कोरोना का प्रभाव उत्सव को कुछ कम रहा है लेकिन भक्तों के जोश में कमी कुछ भी नहीं है।देश के हर हिन्दू परिवार में नवरात्र पर व्रत रखने और पूजा करने की पंरपंरा देखने को मिलती है। राजनेताओं के परिवार भी इस परंपंरा से अलग नहीं हैं आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव अपने अपने अंदाज में नवरात्र पर खास आराधना करते हैं और व्रत रखते हैं।पहले बात करते हैं सीएम योगी की और फिर बात करेंगे अखिलेश यादव की।
प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नवरात्र पर हमेशा से नौ दिनों तक व्रत रखते हैं । इस बार भी वह कोरोना काल में अपनी जिम्मेदारियों के बीच भी 9 दिन व्रत रख मां दुर्गा के 9 रूपों की आराधना करेंगे। इस दौरान सीएम देश और प्रदेश में सुख, शांति, आरोग्य और समृद्धि के लिए विशेष अनुष्ठान करेंगे। हालांकि गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में सीएम की अनुपस्थिति में प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ घट स्थापना करेंगे। संभावना व्यक्त की जा रही है कि अष्टमी और नवमी पूजन में सीएम शामिल होंगे।
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ, नाथपंथ की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष भी हैं। नाथ पंथ और गोरक्षपीठ भगवान शिव को अपना अराध्य मानता है। लेकिन शैव मतावलम्बी होने के बावजूद गोरक्षपीठ में मां दुर्गा, राम दरबार, बजरंग बली, मां काली, भगवान श्रीकृष्ण समेत विभिन्न देवी देवताओं के मंदिर एवं प्रतिमाएं प्रतिष्ठित हैं…वैसे तो सीएम योगी नवरात्रि के पहले दिन हमेशा गोरखनाथ मंदिर में मौजूद रहते हैं लेकिन इस बार प्रदेश में कोरोना के संक्रमण के चलते उन पर तमाम जिम्मेदारियां हैं और वह लखनउ से गोरखपुर नहीं जा रहे हैं। यह पहली बार नहीं है कि सीएम घट स्थापना में शामिल नहीं होंगे। नवरात्र के 9 दिन गोरखनाथ मंदिर में ही रहने की पीठाधीश्वर की परम्परा 2014 में नंदानगर में हुए रेल हादसे के दौरान टूटी थी। तब योगी परम्परा तोड़ कर घटनास्थल पर पहुंचे थे…अपने व्रत के दौरान योगी आदित्यनाथ तमाम मान्यताओं को पालन करते हुए देवी मां की उपासना करते हैं और कन्या पूजन के बाद अपना वृत तोड़ते हैं…अब बात करते हैं पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की। नवरात्रि के दौरान सैफई परिवार में भी धार्मिक वातावरण का संचार होता दिखाई देता है। मुलायम सिंह यादव का पूरा परिवार पहले से ही धार्मिक मान्यताओं को मामने वाला रहा है। खुद मुलायम सिंह यादव अलग अलग धार्मिक आयोजनों में दिखाई पडते हैं।अखिलेश यादव जहां नवरात्र के दौरान नौ दिन व्रत रखते हैं वहीं उनकी पत्नी डिंपल यादव भी व्रत का पालन करते हुए खास पूजा उपासना करती हैं।अपने एक इंटरव्यू में सपा प्रमुख अािलेश यादव ने कहा था कि वो हर बार नवरात्रि का व्रत रखते हैं और देवी मां की पूजा करते हैं लेकिन अपनी श्रद्धा को राजनीति में इस्तेमाल नहीं करते और न ही कोई दिखावा करते हैं…उन्होंने कहा था कि मैं हाथ में अगूठी पहनने या माला पहनने जैसे कामों में भरोसा नही र