विदेश से 6 लाख प्रति माह की नौकरी छोड़ गांव के लिए चुनाव में उतरा युवक
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फर्रुखाबाद जिले में एक ऐसी ग्राम सभा जहां का रहने वाला युवक पिछले 10 वर्षों से विदेश में नौकरी कर रहा थ। विकास खण्ड राजेपुर के गांव भरखा निवासी हर्ष बर्धन सिंह सोमबन्सी पढ़ने के लिए शहर से लखनऊ चला गया था।पढाई पूरी होने के बाद हकान एग्रो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी कर ली।उसके बाद उसको विदेश भेज दिया गया।नौकरी के दौरान वह इथोपिया, नाइजीरिया, तजाकिया, दुबई, चार्ट, कैमरून, जीभूति आदि देशों में नौकरी की है। उसे प्रति माह भारतीय करेन्सी के हिसाब से 6 लाख रुपये मिलता था। नौकरी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आवाहन किया था।कि जितने भी भारतीय प्रवासी अपने देश मे आकर देश और अपने गांव के लिए कुछ करे।लेकिन उस समय मैं नही भारत बापस आया लेकिन कोरोना के चलते एक वर्ष पूर्व अपने गांव बापस आये जब वह गांव के लोगो के साथ बैठने का मौका मिला तो उन्होंने ने अपने गांव के लोगो की परेशानियों की जानकारी हुई।साथ गांव वालों ने कहा कि यदि पढा लिखा प्रधान होगा तो गांव का हर प्रकार से विकास होगा।