- रोजगार के लिए दिव्यांग का संघर्ष - 10 साल से दफ्तरों के चक्कर काट रहा दिव्यांग - 2 साल तक अतिथि शिक्षक के तौर पर बच्चों को पढ़ाया - अब पेंशन के भरोसे बच्चों का पाल रहे पेट