महाराष्ट्र के सतारा में रहने वाले 78 वर्षीय रामदास बोडके बीते 31 साल में करीब 29 कुंतल पत्थर खा चुके हैं. रामदास रोजाना 250 ग्राम पत्थर खाते हैं. रामदास के सामने विज्ञान ने भी घुटने टेक दिए हैं, क्योंकि मेडिकल साइंस की बड़ी-बड़ी मशीनें भी रामदास के पेट में जाने वाले पत्थरों का पता नहीं लगा पा रही हैं.