शाजापुर। जिले की मोहन बड़ोदिया तहसील के ग्राम दुधाना निवासी राधेश्याम फुलेरिया प्रायवेट नौकरी छोड़कर अब अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर "आत्मनिर्भर" बना है। श्री फुलेरिया जो कि कलां से स्नातक है। वर्ष 2015 से कोरोना काल तक माइक्रो फायनेंस कंपनी में 12 हजार रूपये प्रतिमाह की नौकरी करते थे। उस नौकरी पर उसे सुबह 7.30 बजे से देर रात तक कार्य करना पड़ता था। कोरोना काल में नौकरी समाप्त होने की आशंका को देखते हुए श्री फुलेरिया ने अपने स्वयं का रोजगार स्थापित करने का दृढ़ निश्चय किया। लॉकडाउन के बाद श्री फुलेरिया ने नौकरी छोड़ दी और मशरूम उत्पादन में किस्मत आजमाने की ठानी। इसके लिए उसने सोशल मीडिया, इंटरनेट आदि से समग्र जानकारी जुटाई। साथ ही इन्दौर के कृषि महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. जी.आर. अम्बावतिया से संपर्क कर मशरूम उत्पादन की विधि और जानकारी प्राप्त की।