लखीमपुर : क्षेत्रवासियों को आज भी लखनऊ, सीतापुर जाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के ध्येय वाक्य के साथ प्रदेश में संचालित होने वाली परिवहन निगम की बस सेवाओं के मामले में पलिया काफी पिछड़ा हुआ है। ऐसा नहीं है कि यहां से निगम को राजस्व न मिलता हो, लेकिन हर बार किसी न किसी बहाने से निगम बस सेवाओं को बंद कर देता है।सालभर पहले प्रदेश की राजधानी से नेपाल बॉर्डर के गौरीफंटा तक के लिए एक साधारण व एक जनरथ बस सेवा संचालित की जाती थी। निगम ने पहले जनरथ सेवा को बंद किया और बाद में कोविड 19 व प्रतिबंध के कारण साधारण बस सेवा को भी निगम ने बंद कर दिया।वर्तमान में यदि पलिया से सीधे सीतापुर व लखनऊ जाना हो तो प्राइवेट बसों का ही सहारा है। अपने वाहन के विकल्प के अलावा और कोई संसाधन नहीं बचता है। प्राइवेट बस सेवा में अधिक दाम किराए के रूप में वसूल किया जाता है।