शाजापुर। फसलों की कटाई एवं रखरखाव के लिए उपसंचालक कृषि एवं परियोजना संचालक (आत्मा) आर.पी.एस.नायक ने किसान भाइयों आवश्यक सलाह दी है। जिन कृषकों की फसल पककर तैयार हो गई है तथा कटाई के योग्य हो गई है, वे बताई गई सावधानियों का विशेष ध्यान रखे। कृषक भाई फसल पकने के बाद तत्काल कटाई कार्य करे एवं फसल को एक स्थान पर एकत्रित करें। फसल पूर्ण रूप से सुखने के बाद उसकी थ्रेसिंग करें एवं 10 प्रतिशत नमी रहने पर फसल का उचित स्थान पर भण्डारण करें। कटाई के बाद फसल विद्युत लाईन के नीचे इकट्ठी ना करें एवं ट्रांसफामर से 10 फीट की परिधि के घास फूस या कचरे से साफ रखें। कटी हुयी फसल को खलियान में ढक कर रखें ताकि प्राकृतिक आपदा से नुकसान न हो सके। फसल को रात के समय ढककर रखे। फसल के अवशेष को जलाये नहीं, उनको एकत्रित कर जैविक खाद तैयार करें। कृषक पूर्ण सुखने के बाद ही फसल का कटाई कार्य करें। नमीयुक्त फसलों का भण्डारण करने से कीट व्याधियों का प्रकोप रहता है एवं फसल खराब हो जाती है। हार्वेस्टर से फसल कटाई करने के बाद बचे हुए अवशेष को एकत्रित कर एक गड्डे में डाले या खेत में जुताई कर अवशेष को मिट्टी में मिला दें।