जलालाबाद के ग्राम तिकोला के पास बहगुल पर पक्के पुल की शासन से स्वीकृति होने के बाद शुरू हुए पुल निर्माण कार्य से ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई थी लेकिन तीन दिन से रोक लगने से ग्रामीणों में मायूस हो गये ग्रामीणों का आरोप है की आगमी पंचायत चुनाव ही इस पुल निर्माण पर रोक का कारण बना हुआ है वताते है की करीव दो साल पहले दर्जनों गांव के लोगो ने मिल कर पक्के पुल निर्माण के लिये धरना प्रदर्शन किया था तब शासन से कुछ समय पहले पक्के पुल की स्वकृति मिली थी स्वीकृति मिलने के बाद पुल निर्माण का कार्य ग्राम तिकोला के पास बहगुल नदी पर शुरू हुआ जिसपर ग्राम थाथरमई के लोगो ने आपत्ति कर दी और कहा की तिकोला की बजाय थाथरमई में पुल का निर्माण। हो जिसपर अधिकारियो ने तीन दिन से पुल का काम बन्द करा दिया है जवकि तिकोला चितरऊ रूपपुर सहित करीव दर्जनी गाँवो के लोग कहना है की करीव तीस साल से तिकोला के पास बहगुल नदी पर पैटुन पुल से गांव वालो का आवागवन होता है उसी जगह पर पक्के पुल का भी निर्माण कार्य किया जा रहा है जिससे कई गाँवो के लोगो को लाभ मिलेगा लेकिन राजनितिक स्वार्थ चलते इसमें रोक लगाई जा रही है।