उज्जैन कोरोना वायरस से साथ में लड़ने ओर उसे हराने के संकल्प को लेकर शासन, प्रशासन और देशवासी जब एक दिखाई दे रहे थे । संकट के इस दौर में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से जो तस्वीरें उभर कर सामने आई वे शर्मसार वह हैरान कर देने वाली रही है। कहीं बिना वेंटीलेटर के एंबुलेंस में आखिरी सांसे गिनती महिला जो समय पर उपचार नहीं मिलने से दम तोड़ गई ,वही करो ना कॉल में मौतों को लेकर अखबारों की सुर्खियों में चर्चा में रहने और प्रबंधन की लापरवाही और अनियमितताओं ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। हाल ही में एक जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित कर उसकी जानकारी संबंधित ग्राम पंचायत को देने और उसका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने और उसके निरस्तीकरण का एक मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार 3 अप्रैल 2020 को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा कोरोना संक्रमण से मृत लोगों की जानकारी सुरासा ग्राम पंचायत को भेजी गई थी।