जब राकेश टिकैत के आंदोलन में चली थी गोली...
#Jab rakesh taikait ke andolan me #Chali thi goli
यह वही टिकैत का किसान यूनियन है जिसके चलते वर्ष 2002 के नवंबर माह में मुंडेरवा चीनी मिल बंद होने के विरोध में बस्ती में किसान आंदोलन हुआ था। 11 दिसंबर 2002 को पुलिस और भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच खूनी संघर्ष हुआ। पुलिस फायरिग में मेंहडा पुरवा गांव के धर्मराज उर्फ जुगानी पुत्र राम शब्द, जगदीशपुर मंझरिया के बद्री चौधरी पुत्र गोजे और संतकबीर नगर जनपद के चंगेरा -मंगेरा निवासी तिलकराज चौधरी पुत्र राम लखन की गोली कांड में मौत हो गयी थी पर निकला कुछ नहीं। मिला क्या निरीह किसानो की बेवजह मौत। आज मुख्यमंत्री योगी जी के प्रयास से भले ही मूँडेरवा मिल फिर से चल पड़ी हो मगर इस मिल के चालू होने में टिकैत के यूनियन का कोई योगदान नहीं था।