गरीबों का राशन छीनने वाले माफिया भरत दवे के अवैध निर्माण पर निगम ने आज कार्रवाई की। दवे ने मंदिर मोती तबेला में श्री अंगद हनुमान की जमीन को कब्जे में लेकर अपना ऑफिस खड़ा कर लिया था। राशन घोटाले के खुलासे के बाद जांच में मंदिर की जमीन कब्जाने की बात सामने आने पर बुधवार दोपहर प्रशासन ने पुलिस और निगम के साथ मिलकर ऑफिस पर बुलडोजर चला दिया। टीम ने ऑफिस को धराशायी करने के पहले लैपटॉप, कम्प्यूटर सहित सारा माल जब्त कर लिया और जमीन को मंदिर को वापस सौंप दिया। उधर, भरत, श्याम दवे और प्रमोद दहीगुडे पर रासुका की कार्रवाई तो की ही गई है। प्रभारी फूड कंट्रोलर मीणा पर 10 थानों में केस दर्ज कराया गया है। मामले की जांच एसआईटी को सौंप दिया गया है। दरअसल कोरोना के चलते लॉकडाउन में सरकार ने गरीबों के लिए दोगुना अन्न दिया था लेकिन राशन माफियाओं ने केवल 12 दुकानों में ही 79 लाख रुपए के ढाई लाख किलो अनाज में गबन कर दिया, जो जिले के 51 हजार गरीबों को वितरित होना था। वहीं, इस अनाज के वितरण की जिम्मेदारी जिस जिला फूड कंट्रोलर आरसी मीणा की थी, वह खुद इसमें लिप्त थे।