लखीमपुर खीरी- सर्दी के मौसम में जहां आम आदमी का बुरा हाल है, तो वहीं बेजुबान भी इससे अछूते नहीं हैं। रात को रजाई की गर्माहट लोगों को सुकून दे रही है तो वहीं खुले आसमान के नीचे भटक रहे बेजुबानों पर सर्दी कहर बरपा रही है। लाखों खर्च होने के बाद भी बाईकुआं व मकसूदपुर में बनी गोशाला अभी तक सूनी पड़ी है।छेदा लाल, चन्दन, सुरेन्द्र सिंह, अशोक कुमार, केदारी आदि ग्रामीणों का ने बताया कि आवारा पशुओं से फसलों का नुकसान तो हो ही रहा है। साथ ही इन पशुओं के लिए आजकल की सर्द रातें घातक साबित हो रहीं हैं। चपरतला क्षेत्र में नेशनल हाइवे सहित कई स्थानों पर आपको आवारा पशु भटकते मिल जाएंगे। खेत-खलिहान के अलावा नेशनल हाइवे भी इनका ठिकाना बना हुआ है। सर्दी से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों, आग आदि का सहारा ले लेते हैं। लेकिन ये बेजुबान क्या करें, इन्हें तो बैठने का भी कोई ठिकाना नहीं होता है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी बाईकुआं व मकसूदपुर में बनी गोशाला अभी तक नहीं शुरू हो सकी है। अगर इसका संचालन शुरू हो जाए तो इन बेजुबानों को भी कुछ राहत मिल सकती है।