The festival of Makar Sankranti has special significance in Sanatan Dharma. This time, special coincidences are being formed on Makar Sankranti, which increases the importance of this festival. Sankranti is celebrated on the day when Sun enters its son's zodiac, Capricorn. This time the Sun is about to enter at 14:14 on January 14. As soon as the sun enters Capricorn, the Kharmas will also end and Manglik works will start again. When the Sun enters Capricorn, there will be a combination of five planets, including Sun, Mercury, Guru, Moon and Saturn. In this special combination, bathing in the holy river Ganga has special significance. By doing this one attains salvation and the fruit of renewable virtue. Also, by taking a bath in the Ganges, the sins of births are destroyed and the deities become happy together. Let's know what is the importance of performing Ganga Sannana on Makar Sankranti.
सनातन धर्म में मकर संक्रांति के पर्व का विशेष महत्व है। इस बार मकर संक्रांति पर विशेष संयोग बन रहे हैं, जिससे इस पर्व की महत्ता और बढ़ जाती है। सूर्य जब अपने पुत्र की राशि मकर में प्रवेश करते हैं, उस दिन संक्रांति का उत्सव मनाया जाता है। इस बार सूर्य 14 जनवरी को 8 बजकर 14 मिनट पर प्रवेश करने वाले हैं। सूर्य के मकर में आते ही खरमास भी समाप्त हो जाएगा और फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर पांच ग्रहों का संयोग बनेगा, जिसमें सूर्य, बुध, गुरु, चंद्रमा और शनि भी शामिल रहेंगे। इस विशेष संयोग में पवित्र नदी गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और अक्षय पुण्य का फल प्राप्त होता है। साथ ही गंगा स्नान करने से जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और देवी-देवता एकसाथ प्रसन्न हो जाते हैं। आइए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन गंगा सन्नान करने का क्या महत्व है…
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