तीनों कृषि कानूनों पर अब क्या मान जाएंगे अन्नदाता? क्या नए साल में निकलेगा 'संपूर्ण समाधान' का रास्ता? इन मुद्दों पर कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, सरकार और उनके प्रवक्ताओं ने किसानों के आंदोलन को खालिस्तानी बताया. इन कानून के खिलाफ 45 किसानों ने अपनी जान दे दी है. इन तीनों कानूनों से मंडी और एमएसपी खत्म हो जाएगी. कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग से सिर्फ कुछ पूजीपतियों को लाभ होगा. हम किसान के साथ खड़े हैं. किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस कोई राजनीति नहीं कर रही है. राहुल गांधी कहीं भी हों, आज तकनीक इतना सशक्त है कि वे कहीं से भी जुड़े रह सकते हैं. इटली में राहुल गांधी की नानी रहती हैं, जो काफी बुजुर्ग हैं, अगर वे कर्तव्य निभाने गए हैं तो उसमें क्या गलत है. राहुल गांधी अपनी माता और नानी के प्रति कर्तव्य नहीं निभा पाएंगे तो किसानों के प्रति क्या कर्तव्य निभाएंगे.#जीतेगा_किसान #DeshKiBahas