27 दिसंबर को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन दूसरे महीने में पंहुचा। दिल्ली और उसके आसपास बसे किसान तीन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसान यूनियनों ने सरकार के साथ कई दौर की बातचीत की है, जो अब तक अनिर्णायक रही है। लगभग 40 किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने बातचीत के लिए केंद्र की पेशकश को स्वीकार किया और बैठक के लिए अगली तारीख 29 दिसंबर प्रस्तावित की।