लखीमपुर खीरी। कोविड-19 व चीन से तल्खी के बाद भारत-नेपाल सीमा पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। लेकिन सीमा के रास्ते तस्करी के खेल पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। तस्करी पर रोकथाम के लिए एसएसबी के साथ यहां कई सुरक्षा एजेंसियां भी तैनात हैं। इसके बाद भी आए दिन तस्करी के माल की बरामदगी से इसका खुलासा हो रहा है। बनगवां, सूड़ा, चंदनचौकी स्थित एसएसबी कैंप के पास से एसएसबी जवानों की तैनाती है वहीं कुछ दूरी पर एसएसबी जवान तैनात भी रहते हैं। इसके बावजूद तस्कर आंख में धूल झोंकने में कामयाब रहते हों जाते हैं। जिस तरह से तस्कर साइकिल व मोटरसाइकिलों पर लादकर करोड़ों रुपये का माल सीमा पार कर देते हैं, उससे अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगती है। एसएसबी व पुलिस के जवान सीमा पर तस्करी का माल भी बरामद करते हैं, बावजूद इसके तस्करी पर अंकुश क्यों नही लग पा रहा है। भारत से बकरा, प्याज, कपड़ा, मोटर पार्ट्स, स्मैक, ब्राउन शुगर व नशे की दवाओं की तस्करी होती है। नेपाल से चाइनीज कॉस्मेटिक सामान, विदेशी सुपारी,पाकिस्तानी छुहारा,काली मिर्च,चाइनीज जैकेट,नेपाली चरस,नेपाली शराब,गुटखा,सिगरेट आदि की तस्करी की जाती है।