अभ्यार्थियों ने राजस्थान विवि में किया प्रदर्शन
अभ्यार्थियों ने लगाई सांकेतिक फांसी
परीक्षा से पहले पेपर वायरल होने का आरोप
राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से आयोजित की गई जेईएन भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर आज अभ्यार्थियों ने राजस्थान विवि में प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में अभ्यार्थियों ने खुद को सांकेतिक रूप से फांसी लगाई और परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर वायरल होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग की। अभ्यार्थियों का कहना था कि ६ दिसंबर को परीक्षा का आयोजन किया गया था लेकिन इससे पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कल बोर्ड कार्यालय के बाहर किया था प्रदर्शन
गौरतलब है कि इससे पूर्व इन अभ्यार्थियों ने कल जवाहर सर्किल और बोर्ड दफ्तर पर भी प्रदर्शन किया था। अभ्यार्थियों का कहना था कि पेपर कुछ अभ्यार्थियों की मेल पर भी आ गया था। उन्होंने बोर्ड को वह मेल आईडी भी दी थी जिस पर पेपर परीक्षा से पहले आ गया था। उनका कहना था कि भरतपुर में पेपर आउट करने वाले गिरोह को पकड़ा भी गया है लेकिन इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बोर्ड की ओर से ६ दिसंबर को ११०० पदों के लिए इस भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें तकरीबन ५० हजार अभ्यार्थी शामिल हुए थे।
इनका कहना है...
राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से 6 दिसंबर को आयोजित कनिष्ठ अभियंता सीधी भर्ती परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर वायरल हुआ है जो परीक्षा की गोपनीयता पर सवाल खड़ा रकता है। लंबे अरसे से मेहनत कर रहे युवाओं का भविष्य एक बार फिर संकट में है। अब उनकी जगह बिचौलियों से खरीदे गए पेपर को लेकर अयोग्य उम्मीदवार चयनित होंगे। जो की बिल्कुल अनुचित है। मामलें को संज्ञान में लेकर पुलिस ने कुछ गिरफ्तारी की है, लेकिन यह अंतिम हल नहीं है।बोर्ड को परीक्षा रद्द कर इसका आयोजन फिर से करना चाहिए।
होशियार मीणा, प्रदेश मंत्री
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद