गांव सभा की जमीन पर अबैध कब्जा कर भीम आर्मी तथा भारत आजाद समाज पार्टी द्वारा सन्त रविदास के चबूतरे का निर्माण कराया जा रहा था । तभी वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की जिसके परिपेक्ष में गांव के गरीब एक सैकड़ा से अधिक महिला पुरुषों ने एकत्रित होकर पुलिस पार्टी को घेर लिया । सूचना पर पहुंची थाना नाराहट पुलिस ने जब भीम आर्मी तथा भारत आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया तो वह उग्र हो गए और पुलिस पार्टी पर ही हमला बोल दिया। इस घटना में थाना अध्यक्ष नाराहट समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हुए एवं सीओ नाराहट समेत पुलिस की तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई। घटना के परिपेक्ष में पुलिस ने एक सैकड़ा से अधिक कार्यकर्ताओं पर दो मामले दर्ज किए हैं।
पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प का ताजा मामला थाना नाराहट के ग्राम बरौदिया का है। मिली जानकारी के मुताबिक किस गांव में इस घटना के पहले भी इसी तरह की यह घटना हो चुकी है। जहां अवैध रूप से चबूतरे का निर्माण भीम आर्मी द्वारा कराया जा रहा था और पुलिस ने जाकर हस्तक्षेप किया एवं चबूतरे को बनने से रोक दिया था। जिसके बाद मामला शांत हो गया था और अब एक बार फिर भीम आर्मी और आजाद भारत समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर गांव पहुंचकर सन्त रविदास का चबूतरा निर्माण की आड़ में ग्राम सभा की जमीन पर अबैध कब्जा करने पहुंच गए। गांव में करीब दो सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने जब ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका । जिस पर सभी ने एकत्रित होकर कुछ पुलिसकर्मियों को घेर लिया जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने फोन पर थाना नाराहट को मामले की सूचना दी । सूचना पाकर सीओ व थाना अध्यक्ष नाराहट भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं को समझाने लगे। जिस पर कार्यकर्ताओं उग्र हो गए और पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। जिसके बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया । इस हमले में लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए तथा सीओ की गाड़ी समेत पुलिस की तीन गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। घटना के प्रत्येक में पुलिस ने धैर्य से काम लिया और जब गांव में माहौल शांत हो गया तब पुलिसकर्मियों ने एक सैकड़ा से अधिक ज्ञात और अज्ञात कार्यकर्ताओं पर अबैध कब्जा करने और पुलिस पार्टी पर हमला करने के दो मामले पंजीकृत किये।