यूपी के सुल्तानपुर में प्राइमरी स्कूलों में तैनात टीचरों ने कमाई का नया तरीका ढूंढ निकाला है। कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के आने पर पाबंदी है जबकि टीचरों को आने के निर्देश हैं। अब ड्यूटी टाइम में काम नहीं होने पर टीचरों ने एनजीओ के काम करने शुरू कर दिए हैं। वो भी बिना परमिशन स्कूल कैंपस के अंदर। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती मिली। स्वयं अध्यापकों ने मास्क तक नहीं लगाया। वो भी तब जब प्रशासन ने इसके लिए 10 घंटे की जेल और जुर्माने का ऐलान कर रखा है। जिले के ब्लाक मोतिगरपुर के ग्राम पंचायत खैरहा के प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में शुक्रवार को जनहित कल्याण सेवा संस्थान द्वारा श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन के लिए कैम्प लगाया गया। कैम्प में रजिस्ट्रेशन के नाम पर उमड़ी सैकड़ो की भीड़ में एक-दो को छोड़कर किसी के भी मुंह पर मास्क लगा नहीं दिखा। सोशल डिस्टेंसिंग तो तार-2 दिखी।