Jaipur कोरोना संक्रमण के सबसे बुरे दौर से राज्य गुजर रहा है, उसके बाद भी सरकार खुद की पीठ थपथपा रही है। राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय कोरोना वॉर रूम तो बना दिए गए, लेकिन इनकी पर्याप्त जानकारी आम लोगों तक नहीं पहुंच सकी है। जबकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू किए गए वॉर रूम से अब तक सिर्फ 3 हजार 700 लोगों को ही मदद मिली है। शासन सचिवालय में 24 घंटे संचालित होने वाला राज्य स्तरीय कोरोना वॉर रुम कोरोना संक्रमितों को सभी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा महज 30 मिनट में उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया गया है। कंट्रोल रुम के हैल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल कर कोरोना मरीज चिकित्सकीय परामर्श, बैड की उपलब्धता व एम्बूलेंस की सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसे लेकर जागरूकता अभियान की कमी नजर आ रही है। यह राज्य स्तरीय कोविड 19 कंट्रोल रूम सितंबर में शुरू किया गया था। तीन माह में सिर्फ 3700 लोगों की मदद इससे हुई, जबकि राज्य में हर दिन ही 3 हजार से ज्यादा मरीज कोरोना के मिल रहे हैं।
24 घंटे सेवाएं, पर जानकारी ही नहीं
चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जल्द से जल्द संक्रमित मरीजों को सभी प्रकार चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उददेश्य से सितंबर माह में राज्य स्तरीय कोविड—19 कंट्रोल रुम को प्रारंभ किया गया था। उसके बाद से लगातार इस कंट्रोल रुम के जरिए 24 घंटे प्रदेश कोरोना संक्रमितों को सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। साथ ही पोस्ट कोविड परामर्श, ऑक्सीजन व सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं के लिए भी 181 हेल्पलाइन से मदद ली जा सकती है। डॉ शर्मा ने बताया कि इस वॉर रूम और इससे संबंधित जिला स्तरीय वॉर रुम के जरिए अधिकतम 30 मिनट में कोरोना मरीज या उनके परिजनों की समस्त समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय वॉर रुम में राज्य के सभी जिला वॉर रुम में तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों के नामों की सूची और मोबाइल नंबर उपलब्ध हैं। वहीं कोविड—19़ से संबंधित सभी जांच केन्द्रों की सूचना, निजी व राजकीय कोविड डेडीकेटेड अस्पतालों की लिस्ट भी दूरभाष नंबर के साथ यहां मौजूद है। जबकि आम लोगों को जांच केंद्रों की सूचना के लिए ही कहीं जगह भटकना पड़ता है।