थम नहीं रहा अमानक टीकों का सिलसिला
शुल्क देकर टीका लगवाते हैं पशुपालक पशुपालन विभाग की ओर से प्रदेश के 18 जिलों में चल रहा टीकाकरण अभियान समाप्त होने से पहले रोकना पड़ा। वजह एक बार फिर बने अमानक टीके। ऐसा पहली बार नहीं है जबकि अभियान को रोकना पड़ा हो। इससे पूर्व भी अमानक टीकों के कारण प्रदेश के 15 जिलों में अभियान शुरू होने से पहले रोकना पड़ा था। यानी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही गरीब पशुपालकों और पशुओं को भुगतनी पड़ रही है।