108 एम्बुलेंस सेवा के संचालन के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से हाल ही चौथा टेंडर जारी किया गया। इस टेंडर के लिए फॉर्म भरने की अंतिम तिथि तक सिर्फ एक कंपनी का नाम होने पर एम्बुलेंस कर्मचारी इसमें भ्रष्टाचार का अंदेशा जता रहे हैं। बुधवार को टेंडर भरने की अंतिम तिथि थी, तब तक भी एक कंपनी के अलावा दूसरा कोई और नाम सामने नहीं आया। जानकारों की मानें तो अन्य कम्पनियों के साथ ही इस टेंडर प्रक्रिया में वर्तमान संचालक कंपनी जीवीकेईएमआरआई का भी कहीं नाम नहीं है। बताया जा रहा है कि जिस कंपनी को 104 जननी सुरक्षा योजना के टेंडर में L1 मिला है, सिर्फ उसी मॉर्डन एम्बुलेंस सर्विस कंपनी ने इस 108 एम्बुलेंस संचालन के टेंडर में भाग लिया है।
कम कीमत में एक ही कंपनी तैयार
राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि 104 जननी सुरक्षा योजना के टेंडर में L1 आई हुई कंपनी ने ही इस टेंडर में भाग लिया। वो भी वर्तमान कीमत से कम पर। अभी जीवीकेईएमआरआई को 93000 रुपये प्रति एम्बुलेंस संचालन के लिए प्रति माह दिए जा रहे हैं। वहीं इस कंपनी ने इस टेंडर में संचालन के लिए 85000 रुपए भरे हैं। जबकि अब पेट्रोल की कीमत पहले से ज्यादा है और कर्मचारियों का वेतन भी।