दीपावली के त्योहार के चलते आज बाजार में दिनभर हलचल देखने को मिली तो वही कोरोना के चलते लाकडाउन की मार झेल चुके शहरवासियों ने हर साल की तुलना इस बार कम खरीदारी की । शहर के मुख्य बाजार में झालर लाइटें, पयनीर व देशी रॉकेट झालर व इंडियन रेडीमेड झालर व पट्टे वाली को लोगो ने ज्यादा पसंद किया तो वही इस साल चाइना की माल बाजार में नदारद मिला । भीड़ को देखते हुए बाजारों में सुरछा की दृस्टि से पुलिस प्रशासन द्वारा भी इंतजाम देखने को मिला ।
दीपावली के पावन त्यौहार देखते हुए आज हर साल की तुलना में भीड़ कम नजर आई और दुकानदारों को काफी नुकसान झेलना पड़ा । इसका कारण कोरोना के चलते लाकडाउन बताया जा रहा है । चीनी मिटटी से बने देवी-देवताओ की मूर्तिया, झालरे, लाई आदि की दुकानों में लोगो ने जाकर खरीदारी की । ,महिलाओ व युवतियों भी पूजा की सामग्री लेने सड़को पर निकली व खरीदारी की । इस साल बाँदा की मुख्य बाजार में झालर की लगभग 40 दुकाने सजी जिसमे झालर लाइटे, पयनीर, देशी राकेट झालर व इंडियन झालर की तरफ लोगो का ज्यादा रुझान दिखा, इस साल बाजार में चाईना की झालर कम देखने को मिली और लोगो ने चाइनीज झालर के बजाय इंडियन ररेडीमेड झालर को ज्यादा पसंद किया, मिठाई की दुकानों में भीड़ दिखाई दी । सुरछा की दृस्टि से चप्पे-2 पर पुलिस गया था, तो वही पुलिस अधिकारी भी कई बार सुरछा व्यवस्था का जायजा लेने मुख्य बाजार पहुँचे । दुकानदारों ने बताया कि हमारे बांदा जिले में 40 ऐसी ही झालर लाईटों कि दुकाने लगी हुई है ,जिनमे लोग इंडियन रेडीमेड व पट्टे वाली झालर को ज्यादा पसंद कर रहे हैं और खरीद रहे हैं, बताया कि हमारे यहाँ 15 रूपये से लेकर 900 रुपये तक की झालर लाईट मिल रही है, इस बार चाईना का कोई भी माल नहीं आया है, सिर्फ इंडियन रेडीमेड झालर लाईट ही हैं जो लोग आकर खरीद रहे हैं ।