मंदसौर: दीपो के पर्व दीपावली पर लोगो में खासा उत्साह हैं| हर कोई माता लक्ष्मी को मानाने के लिए कुछ खास करना चाहता हैं| आज धनतेरस हैं और माना जाता हैं की धनतेरस का दिन धन के देवता कुबेर के नाम हैं, ऐसी भी मान्यता हैं की भगवान कुबेर माता लक्ष्मी धन कोष के रक्षक हैं| तो चलिए आज आपको लिए चलते हैं मन्दसौर के अति प्राचीन कुबेर के मंदिर में जहा भक्तो की भीड़ लगी हुई हैं| मन्दसौर के खिलचीपुरा में स्थित हैं भगवान कुबेर का मंदिर| बताया जाता हे की देश का एक मात्र ऐसा मंदिर हे जहा भगवान कुबेर, भगवान शिव और गणेश के साथ विराजित हैं| मन्दसौर के कुबेर मंदिर में धनतेरस के दिन मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं, वही भगवान कुबेर का खास दिन धनतेरस होने से दूर दूर से श्रद्धालु यंहा दर्शन के लिए आते हैं| मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह 4 बजे से ही जुटना शुरू हो जाती हैं, देर रात तक यहाँ श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता हैं| ऐसी मान्यता हे की यह मंदिर प्राचीनकाल में देवताओ द्वारा उड़ा कर लाया गया था| पुरातत्वकारो के अनुसार आज भी इस मंदिर की कोई नीव नहीं हैं, बताया जाता हैं की मंदिर करीब 1400 वर्ष पुराना हैं|