शाजापुर के सारसी खेड़ा में आजादी के 74 साल बाद भी रास्ता नहीं है जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां शासन-प्रशासन के वादे बस कागजी कार्रवाई में दिखाई देते हैं। सारसी खेड़ा एक ऐसा गांव है जहां पर ग्रामीणों ने कहा कि बस वोट के समय ही नेताओ को इस गांव की याद आती है।