शाजापुर संपूर्ण मानव जाति में डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है और कोरोना काल कि इस भयानक घड़ी में डॉक्टरों ने अपने काम का लोहा मनवाकर अपने आप को काफी हद तक इस दर्जे पर कायम भी रखा है लेकिन जिला अस्पताल शाजापूर में नर्स पिंकी चौहान के बर्ताव को देखते हुए आप कतई यह बात नहीं कह सकते हैं कि डॉक्टर भगवान का रूप होता है। नर्स के बर्ताव को देखते हुए सिर्फ और सिर्फ यही कहा जाएगा कि क्या भगवान ऐसे भी होते हैं जो कि मरीजों से अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हैं। अपना रुतबा कायम रखने के लिए धौंस दबीस तक देते हैं यही वाकाया जिला अस्पताल शाजापुर में देखने को मिला है जब पीड़ित मरीज द्वारा नर्स पिंकी चौहान से किसी कार्य के लिए निवेदन किया गया तो मैडम के द्वारा अपने कड़क रवैयै को दिखाते हुए मरीज को दुत्कार दिया गया व कई अपशब्द तक कह दिए गए। इस बात की शिकायत जब जिला चिकित्सा अधिकारी राजू निदारीया के समीप की गई तब नर्स पिंकी चौहान के द्वारा कहा गया कि निदारिया जी मेरा क्या कर लेंगे या आपने मेरी बात करवाई तो उन्होंने मेरा क्या कर लिया ,उस बात की वीडियो क्लिप भी जिला चिकित्सा अधिकारी को दिखाई गई है।