जयपुर। राज्य में एक बार फिर 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान शुरू कर दिया गया है। इसमें मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कई स्तर पर टीम बनाई गई है। आज से ही इसकी शुरुआत की गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला कलक्टर तक इस अभियान में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। हर बार त्योहारी सीजन में दूध से बने पदार्थों में मिलावट की शिकायते बढ़ जाती है। दीवाली से पहले प्रदेशभर में आज से इस अभियान की शुरुआत की गई है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मिलावट करने वाले लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई जरूरी है। इस अभियान के नोडल अधिकारी जिला कलक्टर होंगे। वे इस पर कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। तुरंत जांच और त्वरित कार्रवाई के लिए राजस्थान में 11 से अधिक जांच प्रयोगशाला हैं और इनमें उच्च तकनीक से सैम्पल जांच की जाती है। वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग ने ऐसा तंत्र विकसित किया है जिसमें सैम्पल लेने वाले और जांच करने वाले व्यक्ति के बीच किसी प्रकार संपर्क की संभावना ना हो।
इसके साथ ही शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में मिलावट की सही सूचना देने वालो को सरकार की ओर से 51 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा भी की गई है। ऐसी सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम भी गुप्त रखा जाएगा।