अमलतास अस्पताल के प्रबंधन की लापरवाही से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। दरअसल उज्जैन के स्विमिंग पूल कर्मचारी के पिता को तबीयत बिगड़ने पर माधव नगर अस्पताल ले जाया गया वहां उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें देवास रोड स्थित अमलतास हॉस्पिटल में भर्ती रेफर किया था, जहां उपचार चल रहा था अमलतास हॉस्पिटल में शासकीय कोविड सेंटर होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने अपने ही अस्पताल परिसर में स्थित मेडिकल से करीब 50,000 के लगभग के इंजेक्शन व दवाई मंगवाई जिस का बिल मेडिकल संचालक ने नहीं दिया इतना खर्चा करने के बाद भी बिना परिजनों की परमिशन से एम्बुलेंस से बिना डॉक्टर व बिना वेंटिलेटर के ऑडी गार्डी मेडिकल कालेज में अमलतास से रेफर कर दिया गया, जहां ऑडी गार्डी मेडिकल कॉलेज पहुंचते ही युवक के पिता ने दम तोड़ दिया। जिसकी पुष्टि आर्डी गार्डी मेडिकल कालेज ने कर दी थी, पहले भी अमलतास अस्पताल की लापरवाही कई बार सामने आ चुकी है लेकिन जिम्मेदार इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके कारण लोगों की मौत हो रही है।