क्या सरकारी पैसों से कुरान की शिक्षा होनी चाहिए या नहीं? 'वो' मदरसे कैसे बन गए आतंकी फैक्ट्री? 'मदरसे' की कितनी मिस्ट्री? इन मुद्दों पर राजनीतिक विश्लेषक एहतेशाम हाशमी ने कहा, अगर केंद्र सरकार मदरसे में काम करती तो वहां पर अच्छे से पढ़ाई होती. सरकार को मदरसों पर काम करना चाहिए था. जेएनयू ने नाथूराम गोडसे और साध्वी प्रज्ञा को पैदा नहीं किया है. मैंने भी मदरसे से पढ़ाई की है.
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