शुजालपूर में प्रसूता आशा मीणा पति अजय मीणा की दुःखद मृत्यु के बाद नगर पालिका के जिस शव वाहन में पीएम के बाद सिविल अस्पताल से मृतका का शव घर हेतु रवाना किया वो वाहन बीच रास्ते मे ही बन्द हो गया ओर नगर पालिका के शव वाहन को राह चलते कार बाले से मदद मांग कर टोचन कर मृतका के घर तक जुलूस निकालकर शर्मनाक रूप से ले जाया गया जिस कारण अंत्येष्टि रात्रि 8:30 बजे सूर्यास्त के बाद हुई।भय्यू महराज द्वारा दान में दिए गए शव वाहन को नगर पालिका मेंटेन नही कर पा रही है व कर्मचारी अपनी जेम गर्म करने में लगें हुए है ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है सीएमओ ओर कर्मचारियों की कर्तव्य निष्ठा मानवता के बजाय चासनी छानने में ज्यादा दिख रही है।