अयोध्या के कारसेवकपुरम (kar Sewak Puram) में रामनाम के जिन पत्थरों पर 30 साल पहले छेनी-हथौड़ी चली थी वे अब रामलला (Ramlala) परिसर पहुंच गए हैं। जल्द ही मंदिर निर्माण में इनका इस्तेमाल होगा। राम मंदिर निर्माण (Ram mandir construction ) के साथ ही यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य परियोजनाओं पर भी