जनसंघ के समय से भाजपा से जुड़ने वाली राजमाता विजया राजे सिंधिया की आज 101 वी जयंती है। इस मौके पर पूरे देश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजमाता को याद किया। इंदौर में भी भाजपा कार्यालय के पास स्थित राजमाता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके दिखाए गए आदर्शों पर चलने की शपथ भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने ली।बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर माल्यार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राजमाता को सरलता, सहजता और संवेदनशीलता की त्रिवेणी बताया। उन्होंने कहा कि जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय सदस्य रहने वाली राजमाता ने अपनी विचारधारा और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। विजयवर्गीय ने कहा कि स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी ने कई बार राजमाता पर दबाव प्रभाव की नीति अपनाई, लेकिन राजमाता ने जन संघ की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ा। राजमाता ने आपातकाल जैसे काले कानून का समर्थन नहीं करने और जेल जाने का निर्णय तक लिया। आपातकाल के समय में राजमाता 19 महीने जेल में रही।