सोनभद्र के ओबरा में बन रहे 1320 मेगावाट की सी परियोजनायो के लिए जमीन अधिग्रहण के मामले पर सुभाष चौराहे से ओबरा थाने तक की कब्जा की गई जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन पहुंचा है जहां पर कई दशकों से काबिज सैकड़ों दुकान व परिवार को हटवा कर मकानो और दुकानो को जेसीबी की मदद से ध्वस्त करने का काम किया जा रहा है वहीं इस मामले को लेकर पूर्व में कई बार व्यापारियों द्वारा धरना प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की गई थी व्यापारियों का आरोप है कि भूख हड़ताल पर जब हमलोग बैठे थे तो तत्कालिक CGM ने हमलोगों को जूस पिलाकर उठाया और 15 फिट जमीन छोड़कर बाउंड्री की बात कही थी पर परियोजना और जिला प्रशासन आज अपने बातों से मुकर गया और गांधी जयंती के ठीक एक दिन बाद 105 दुकानों को एक दिन के समय देकर उजाड़ने का काम कर रहा है वही भारी फोर्स की बीच जेसीबी मशीन से मकानों व दुकानों को धवत किया जा रहा है जिसको लेकर व्यापारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय यादव ने कहा कि शासन और प्रशासन ने दुकानदार आम जनता के साथ धोखा किया गया है जब जनता और व्यापारी धरना प्रदर्शन पर बैठे थे तो इनको आश्वासन पर आश्वासन दिया गया लेकिन आज इस कोरोना काल में अचानक आकर इनके बने दुकानों और मकानों को ध्वस्त गरीब आम जनता और व्यापारियों को बेघर किया जा रहा है जो निंदनीय है और समाजवादी पार्टी ने मांग किया है कि उजाले गए व्यापारी और गरीबों को अगर कोई दूसरी जगह नहीं दी गई तो वह उन व्यापारियों के साथ में मिलकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे !