फिजूलखर्ची रोकने के लिए सरकारी निर्देश लेकिन..
... विवि हर माह वाहनों पर खर्च करेगा एक लाख से अधिक रुपए
पहले से ही खस्ताहाल जगदगुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के अधिकारी ही इसे और खस्ताहाल बनाने में लगे हुए हैं। विद्यार्थियों के लिए संसाधनों के अभाव के बीच विवि के अधिकारी अपनी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए किराए पर वाहन सुविधा का लाभ उठाने में लगे हुए हैं। जिसका खर्च प्रति माह एक लाख रुपए से अधिक होगा। वह भी तब जबकि विवि में अध्यापन कार्य बंद हैं और कोविड 19 को देखते हुए प्रदेश में किसी प्रकार की वित्तीय अपव्ययता पर रोक लगी हुई है। एक तरफ राज्य सरकार सरकारी विभागों को खर्च में कटौती करने के निर्देश दे चुकी है वहीं दूसरी ओर संस्कृत विवि अपने खर्चे में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है। मामला है विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अपने अधिकारियों के लिए किराए पर लिए गए वाहनों का।