आसरा सोसायटी ने इलाइट चौराहे पर बेटी को न्याय दिलाने के लिये आवाज उठाई। बहुत दुःखद उत्तर प्रदेश के हाथरस के कोतवाली चंदवा की घटना दिल्ली के निर्भया कांड से भी बड़ी घटना है। बेटी किसी जाति की भी हो बेटी ही होती है और उनके साथ कुकर्म करके इतनी बेरहमी से मार दिया जाता है और क्या करती है पुलिस। दोषियों को ही बचाया जाता है। क्या बेटियां ऐसे ही मार दी जाएंगी? शर्म करे सरकार और पुलिस दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। शासन प्रशासन की लापरवाही के चलते आज सुबह 3 बजे बहन मनीषा वाल्मीकि जिंदगी की जंग हार गई। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।