दो दिन पहले शनिवार को अस्पताल ग्रेटर कैलाश में शवों की अदला-बदली मामले में मानव अधिकार संघ ने संज्ञान में लिया है। आज संघ के अध्यक्ष टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और प्रबंधन से मामले को लेकर सवाल जवाब किया। उन्होंने पूछा कि आपने दूसरे परिवार को काेविड मरीज की बाॅडी सौंप दी। यदि वह परिवार संक्रमित हो जाता है तो उसकी जवाबदारी कौन लेगा। संघ का कहना है कि प्रबंधन हम पर प्रशासनिक दबाव बना रहा है। वहीं, मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करते हुए पूरा सिस्टम ही बदल दिया है।अस्पताल के संचालक डॉ बंडी का कहना है कि किसी को निलंबित करने से काम नहीं होता है। अभी काेविड की स्थितियां बहुत खराब हैं। कर्मचारी काफी समय से कोविड में काम कर रहे हैं। आखिर वे भी इनसान हैं। उनसे भूल हो गई है। उन्हें निलंबित करने से सब ठीक तो नहीं जो जाएगा। हां गलती हुई, लेकिन उसे जल्द ही सुधार भी लिया गया।