कोरोना के समय संकट काल से एक तरफ पूरा देश, सभी वर्ग पीड़ित, चिंतित और प्रभावित हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरह प्रदेश एक वर्ग अभिभावक हैं जो लगातार न्याय की भीख मांग रहा है। बुधवार को जयपुर की सड़कों पर अभिभावकों की यही स्थिति देखने को मिली जब संयुक्त अभिभावक समिति और अभिभावकों ने राजापार्क के बाजार में ना केवल ह्यूमन चेन बनाई बल्कि वहां के दुकानदारों से भीख भी मांगी। अभिभावकों ने सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग की पालन करते हुए तीन तीन सदस्यों और आठ आठ फीट की दूरी पर खड़े होकर, हाथों में बैनर, पोस्टर, तख्तियां लेकर ह्यूमन चैन बनाई और दुकानदार दुकान जाकर व्यापारियों से स्कूल फीस जमा करवाने के नाम पर भीख देने की गुहार लगाई और यही नहीं अभिभावकों व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर मत्था भी टेका।
प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू और मनोज शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश के डेढ़ करोड़ से अधिक अभिभावकों की जिंदगी कोरोना संक्रमण के चलते बद से बदतर होती जा रही है। काम.धंधे के ना होने से अभिभावक डिप्रेशन में जा रहे हैं, लोग आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। उसके बावजूद निजी स्कूल संचालक तरह.तरह के षड्यंत्र रचकर अभिभावकों को प्रताड़ित और अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने 7 सितम्बर को अपने निर्णय में कहा था कि स्कूल केवल ट्यूशन फीस का 70 फीसदी ही फीस वसूल सकता है वो भी तीन किश्तों में, लेकिन निजी स्कूल संचालकों ने कोर्ट की अवमानना करते हुए कुल फीस में 10 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी कर 30 फीसदी काटकर फीस वसूलने के षड्यंत्र रचकर अभिभावकों को डराने.धमकाने का कार्य शुरू कर दिया। अब निजी स्कूल संचालक अभिभावक को टीसी लेने पर पूरी फीस जमा करवाने की धमकी दे रहे हैं।
कार्यक्रम संयोजक मनमोहन सिंह एवं सहसंयोजक युवराज हसीजा व सर्वेश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को धारा 144 की पूरी तरह से पालना करते हुए पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी अभिभावकों ने ह्यूमन चैन बनाई। इस अवसर पर संयुक्त अभिभावक समिति प्रवक्ता अरविंद अग्रवाल, ईशान शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय गोयल, सदस्य मनोज जयस्वनी, नीरज श्रीवास्तव, अमृता सक्सेना,दौलत शर्मा,रजनी अग्रवाल, जया परमार,मोनिका शर्मा, एडवोकेट अमित छंगाणी, चन्द्रमोहन गुप्ता, हरिदत्त शर्मा, यदुवीर सिंह सहित बहुत से अभिभावकों ने भिक्षा भी मांगी।