शादी में जाति रोड़ा बनने पर प्रेमी युगल ने गांव के बाहर आम के पेड़ में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। सुबह खेतों पर गए ग्रामीणों ने दोनों के शवों को पेड़ से लटकता देख हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फॉरेसिंक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्यों को एकत्र किया। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।
कन्नौज क्षेत्र के तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के बलनपुर गांव निवासी अभय उर्फ भूरा (21) पुत्र सुरेन्द्र दिल्ली की एक प्राइवेट कम्पनी में काम करता था। उसका गांव की ही उपासना पाल (19) पुत्री विमलेश पाल के साथ कई महीनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों आपस मे शादी करना चाहते थे, लेकिन जाति अलग होने की वजह से उनकी शादी नहीं हो पा रही थी। प्रेम प्रसंग की जानकारी होने पर युवती के माता-पिता ने उसकी शादी औरैया जनपद की बेला थाना क्षेत्र के एक गांव में तय कर दी थी। आगामी 25 नवंबर को उसकी बारात भी आनी थी। एक दूसरे को अलग होता देख प्रेमी युगल परेशान हो गए। युवक सोमवार की सुबह दिल्ली से वापस अपने घर बलनपुर गांव आ गया। सोमवार की देर रात युवक व युवती अपना घर छोड़कर गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर वाहिद के खेत में खड़े एक आम के पेड़ में फांसी का फंदा लगाकर उसमें लटक गए। सुबह जब ग्रामीण खेतों में काम करने के लिए आए, तो दोनों को लटकता देख उनके होश उड़ गये। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी उनके परिजनों व पुलिस को दी। घटना की जानकारी पर तिर्वा कोतवाली प्रभारी इंद्रपाल सरोज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामाभर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फारेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंच कर कई तथ्य जुटाए। मामले में पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को आम के पेड़ के नीचे एक लिफाफा रखा मिला। लिफाफे में मिठाई रखी थी उसको भी पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिया है।