इंदौर के सांसद शंकर लालवानी संसद में दिए गए अपने बयान को लेकर घिरते जा रहे हैं। आज जहाँ कांग्रेस ने शंकर लालवानी द्वारा अलग से सिंधी राज्य की स्थापना संबंधी की गई मांग पर अपना विरोध जताया, वही शंकर लालवानी के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा। कांग्रेस ने सांसद शंकर लालवानी पर जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम करने का आरोप भी लगाया। दरअसल, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी द्वारा लोकसभा में सिंध प्रदेश की मांग की गयी थी। लोकसभा में उठाई गयी सांसद की मांग अब उनके लिए मुसीबत बन गई है। शंकर लालवानी के इस बयान की देश भर में आलोचना हो रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी इसी मसले पर सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने सांसद की इस मांग के विरोध स्वरूप राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन संभाग कमिश्नर पवन शर्मा को सौंपा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शंकर लालवानी ऐसी मांग के माध्यम से देश को जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर खंडित करने का प्रयास कर रहे है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर शंकर लालवानी को घेरने के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने की भी तैयारी में है।