लखनऊ। युवक मानसिक रूप से चल रहा था परेशान। पुलिस को मृतक के भतीजे प्रशांत ने बताई पूरी कहानी। चाचा को कमजोरी थी, कल डॉक्टर के यहां से ताकत का इंजेक्शन लगवाया। मन्दिर में घुमाया, रात में चाचा ने साथ में खाना खाया। चाचा कहीं बाहर ना चले जाएं इसलिए निगरानी भी करते रहे। देर रात तक निगरानी के दौरान मृतक का भाई और भतीजा ऊपर सोए थे। सुबह करीब 5 बजे गोली चलने की आवाज आई तो मृतक का भाई और भतीजा छत से भागे। नीचे देखा कि चाचा खून से लथपथ पड़े थे। बंदूक पड़ोस में पड़ी थी। फौरन 112 को सूचना दी गई। बंदूक गेट पर पड़ी होने के कारण कमरे में रख दी गई थी। 112 के पुलिस वालों ने बंदूक को कमरे से उठवाकर उनके पास खड़ी करवाई।