फर्रुखाबाद के शमशाबाद इलाके में सोमवार को चकरोड का निरीक्षण करने उपजिलाधिकारी कायमगंज पहुंचे.इस दौरान चकरोड पर अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीणों ने धरना देकर नारेबाजी की.पुलिस ने डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है
जानकारी के अनुसार नगर पंचायत शमसाबाद द्वारा 31 जुलाई को राजस्व विभाग की टीम ने सिकंदरपुर की ओर जाने वाले मार्ग से एक चकरोड पैमाइश के बाद डलवाया था.इसका विरोध करते हुए ग्रामीणों ने चकरोड को ट्रैक्टर से जुतवा दिया था.इसकी शिकायत नगर पंचायत अध्यक्ष कृष्णा देवी ने 11 सितंबर को डीएम मानवेंद्र सिंह को शिकायती पत्र भेजकर की थी,जिसमें कहा गया था कि नगर पंचायत शमसाबाद द्वारा डलवाया गया चकरोड को ग्रामीण अवैध बता रहे हैं,जबकि नगर पंचायत शमसाबाद की माने तो राजस्व विभाग की टीम ने जांच के बाद ही चकरोड डलवाया था, जिसे ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए खराब कर दिया. बता दें कि इस चकरोड के निर्माण को लेकर दो समुदाय के लोग आए दिन आमने-सामने विवाद करने लगते हैं.वहीं सोमवार को उप जिलाधिकारी कायमगंज सुनील यादव के नेतृत्व में तहसीलदार प्रदीप कुमार नायब तहसीलदार पवन गुप्ता तथा राजस्व विभाग की टीम के साथ सीओ राजवीर सिंह गौर कई थानों का पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स देखकर ग्रामीण भड़क गए और निर्माणाधीन मार्ग पर धरना देकर प्रदर्शन करने लगे. इस बीच पुलिस अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच कई बार नोंकझोक भी हो गई.वहीं ग्रामीणों के मुताबिक, जिस जमीन पर चकरोड बनाया गया है.वो जमीन उनके पूर्वजों के नाम पर है.पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन विरोध बढ़ता देख करीब डेढ दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है. यह देख महिलाएं विरोध जताने लगीं,जिस पर उप जिलाधिकारी कायमगंज ने महिलाओं से वार्ता कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.इसके बाद धरना समाप्त हो गया.उन्होंने कहा है कि फिलहाल समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा है. इस कार्य में बाधा ना डाली जाए. सभी को उचित न्याय मिलेगा