महेवा विकास क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धौरका में घटिया मटेरियल से किया जा रहा है शौचालय का निर्माण। जिसकी वजह से स्थानीय लोग काफी परेशान है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि जो ईंटे शौचालय में लगाई जा रही है, वह नंबर 3 की बोली जाती है यानी कि सबसे खराब मानी जाती है। अगर ऐसी ईंटो से शौचालय का निर्माण होता है तो लगभग शौचालय 10-12 साल में ही शौचालय गिरने की संभावना रहती है। प्रशासन इस तरफ ध्यान देता हुआ नजर नहीं आ रहा।