जिले के सगड़ी तहसील में बहने वाली घाघरा नदी कर उफान भले ही कम हो गया है लेकिन उसका कहर पहले से कई गुना बढ़ गया है। बाढ़ का पानी घटने से तेज हुई कटान फसल, घर के साथ ही अब स्कूलों को भी अपने अंदर समाने लगी है। कटान के कारण देवारा खास रजा गांव का जूनियर हाईस्कूल की चहारदिवारी नदी में विलीन हो चुकी है तो सेमरी का प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह नदी में विलीन हो चुका है। यहीं नहीं कई घर अब तक नदी की धारा में बह चुके हैं। लोग अपना आशियाना तोड़कर पलायन कर रहे हैं।
सगड़ी तहसील के देवारा खास राजा में घाघरा नदी में कटान ने विकराल रूप ले लिया है । सैकड़ो एकड कृषि योग्य भूमि नदी की कटान में बह गयी है। करीब चार दिन पूर्व देवारा खास राजा के जूनियर हाईस्कूल की बाउंड्री को बीस मीटर तक कट कर नदी में विलीन हो गई। तो बुधवार को तेजी के साथ हो रही कटान के कारण पूरा विद्यालय ही जमीदोज हो गया । विद्यालय का अधिकांश हिस्सा नदी में बह गया है। आने वाले कुछ दिनों में इस विद्यालय का पूरा अस्तित्व ही घाघरा नदी समाप्त करने पर तुली है। वहीं क्षेत्र के बगहवा, साधु का पुरा,झगरहवा,बासु का पुरा, आदि तटवर्ती गांव के पास घाघरा नदी खेती योग्य जमीन के साथ-साथ आबादी की जमीन काट रही है। बगहा गांव में करीब एक दर्जन मकान घाघरा नदी के कटान के मुहाने पर आ गए हैं। यही नहीं प्राथमिक विद्यालय सेमरी पहले ही घाघरा में विलीन हो चुके हैं। लोग सहमें हुए है और प्रशासन मौन साधे हुए। इस मामले में जिलाधिकारी राजेश कुमार का कहना है सेमरी का स्कूल जो नदी में बहा है वह नदी के दूसरी तरफ एकलौता गांव है। नया स्कूल बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। जिन लोगों की भूमि अथवा खेत कटान में बहा है उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा।