ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आगामी संसद सत्र में प्रश्नकाल का नहीं होना संविधान की मूल अवधारणा के खिलाफ हैं। ओवैसी ने कहा, "आगामी संसद सत्र में प्रश्नकाल के नहीं होने को लेकर मैंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला जी को पत्र लिखा है। यह सत्ता के पृथक्करण के सिद्धांत के खिलाफ है, जो हमारे संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है।" संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है और यह एक अक्टूबर तक चलेगा। लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार इस सत्र में प्रश्न काल नहीं होगा और निजी सदस्यों के विधेयक भी नहीं लिए जाएंगे,जबकि शून्य काल की अवधि सीमित होगी।