उज्जैन में पितरों की आत्मा की शांति के लिए सोलह दिवसीय पर्व आज से सिद्धवट पर आरंभ हुआ हालांकि हर साल की तरह इस साल श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्थाएं मंदिर प्रशासन की ओर से अलग रही, क्योंकि इस साल महामारी के कारण जिला प्रशासन की ओर से जारी कोरोना महामारी की गाइडलाइन का पालन करते हुए आज सिद्धवट पर श्रद्धालुओं ने दर्शन का लाभ लिया। वही मंदिर के पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ये सिद्धवट है। माता पार्वती के हाथ का लगाया हुआ बट है। हिंदुस्तान में ऐसे चार बट है। अवंतिका पुराण में भी इसका उल्लेख है। माता पार्वती ने लगाया है इस बट को यहाँ कालसर्प योग पित्र दोष के लिए पूजा अर्चना की जाती है और अभी श्राद्ध पक्ष चल रहा है जो कि 16 दिन तक चलेगा लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते प्रशासन की ओर से जो गाइडलाइन जारी की गई है उसी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे।