नदी और तालाबों को प्रदूषण से बचाने में नगर निगम इंदौर अनूठी भूमिका निभा रहा है। नगर निगम के पर्यावरण हितैषी कुंडों से लोगों को सुविधा उपलब्ध होने के साथ धार्मिक आस्था भी बरकरार रह पा रही है और नदी तालाब भी प्रदूषण से बच पा रहे हैं। दरअसल इंदौर नगर निगम ने गणेश विसर्जन के लिए शहर में कई स्थानों पर पर्यावरण हितैषी कुंड बनाए हैं, जहां मिट्टी की प्रतिमाओं को विसर्जित किया जा रहा है। शहरवासी इन कुंडों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने पहुंच रहे हैं। कुंड की खास बात यह है कि धार्मिक आस्था को देखते हुए नगर निगम ने इन पर्यावरण हितैषी गुंडों में पांच नदियों का जल भी मिलाया है। प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद इन कुंडों की मिट्टी और पानी को आसपास के बगीचों में डाल दिया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल किसी भी तरह के जुलूस पर प्रतिबंध लगाने के साथ नदियों और तालाबों में भी मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाई गई है। ऐसे में नगर निगम के ये पर्यावरण हितैषी कुंड लोगों के लिए मददगार साबित होने के साथ प्रदूषण रोकने में भी कारगर साबित होंगे। वैसे तो नगर निगम हर बार पर्यावरण हितैषी कुंड बनाता है लेकिन पहली बार इन्हें वार्ड स्तर पर तैयार किया गया है। वॉर्ड स्तर पर बनाए गए इन केंद्रों में प्रतिमाओं के साथ आने वाली पूजन सामग्री भी नगर निगम द्वारा एकत्रित की जा रही है। केंद्रों पर पहुंचने वाली पीओपी की प्रतिमाओं को भी नगर निगम एकत्रित कर रहा है। जवाहर टेकरी पर बड़ा कुंड बनाकर पीओपी की प्रतिमाओं का विसर्जन वहां किया जाएगा।