कोरोना संक्रमण काल में प्रतिबंध के बावजूद इंदौर के खजराना के बड़ला इलाके में ताजिए निकालने का मामला गरमा गया है। इसे लेकर शहर की पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। गौड ने लिखा है कि रविवार की घटना संयोग नहीं, बल्कि भय फैलाने की साजिश थी। इंदौर में इस प्रकार की घटना होना पूरे शहर के लिए खतरनाक है। मालिनी गौड़ का कहना है कि ये पहली घटना नहीं है। टाट पट्टी बाखल में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव, चंदन नगर में पुलिस पर पथराव और रानीपुरा की घटना सहित अब तक शहर में कई बार ऐसी घटनाएं घटी है जिससे यह बात पता चलती है कि यहां का इंटेलीजेंस पूरी तरह से फेल है। इस प्रकार की घटनाओं के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोग भी दोषी हैं। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। गौरतलब है कि खजराना क्षेत्र में निकले ताजिए के बाद जहां स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया गया है वही ताजिए निकालने वाले आयोजकों के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।