इंदौर। मोहर्रम के अंतर्गत मुस्लिम पर्व योमे आशूरा पर इमामबाड़े से कर्बला तक जुलूस के रूप में नहीं निकला सरकारी ताजिया। इमामबाड़ा के आसपास एकत्रित हो रहे मुस्लिम समाज जनों को पुलिस ने हटाया। सराफा थाना प्रभारी अमृता सोलंकी को उतरना पड़ा सड़क पर रविवार को मोहर्रम के अंतर्गत मुस्लिम पर्व यौमे आशूरा के अवसर पर सरकारी ताजिया जुलूस के रूप में नहीं निकला। वहीं सराफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत इमामबाड़ा स्थित सरकारी ताजिए के दर्शन करने के लिए इमामबाड़े के आसपास के गलियों में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज जन एकत्रित होने लगे, तब पुलिस ने चारों ओर बैरिकेडिंग कर राजवाड़ा, खजूरी बाजार सराफा, निहालपुरा, शक्कर बाजार, पिपली बाजार की ओर से बैरिकेडिंग करते हुए सभी रास्तों को बंद कर दिया। उसके बाद भी बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के अनेक लोग इमामबाड़े के आसपास की गलियों में एकत्रित होकर सरकारी ताजिए के पास पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। जिस पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए कई बार लोगों को खदेड़ा। इस दौरान सराफा थाना प्रभारी अमृता सोलंकी लोगों को अनाउंस करते हुए भीड़ इकट्ठा करने से रोकती हुई नजर आई। कई बार थाना प्रभारी सड़क पर उतर कर भी लोगों को समझाइश देते हुए भी दिखी।