कोतवाली क्षेत्र के वजीरपुर गांव निवासी व पूर्व प्रधान मो.नईम पुत्र अब्दुल का सैकड़ों वर्ष पुराना महुए का पेड़ था। बीते ४ अगस्त को गांव के प्रधान प्रतिनिधि शमीमुददीन उर्फ पप्पू पुत्र मोइनुद्दीन के उकसाने पर गांव के रामफेर पुत्र नथई, बीरेंद्र पुत्र रामफेर, राहुल सुत मुतलन, सतेंद्र पुत्र सुंदर ने उसके पेड़ को काट डाला। पेड़ इतना बड़ा था कि उसे काटने में उन्हें दो दिन लगे। चार अगस्त और पांच अगस्त को पेड़ काटा गया। इसकी जानकारी होने पर पीडि़त पूर्व प्रधान मो.नईम ने इसकी शिकायत एसडीएम से की। एसडीएम ने कोतवाली कुंडा व वन क्षेत्राधिकारी को इसकी जांच कर कार्रवाई करने की बात कही। हफ्ते भर बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर १७ अगस्त और फिर २७ अगस्त को शिकायती पत्र एसडीएम को दिया गया लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़त का कहना है कि कोई व्यक्ति अपना भी पेड़ काटता तो वन विभाग और पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करने बिना सूचना के पहुंच जाती है। यहां दूसरे ने पेड़ चोरी से काट दिया लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। उसने अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।